Gold Rate – सोने की कीमतों में पिछले कुछ दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है। जो सोना कुछ दिन पहले तक रिकॉर्ड ऊंचाई पर था, अब उसकी कीमतें नीचे आ रही हैं। निवेशक और ग्राहक दोनों ही इस बदलाव को लेकर हैरान हैं। सोने में गिरावट का सिलसिला लगातार जारी है, जिससे यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह सही समय है निवेश करने का या आगे और सस्ता होने वाला है। अगर आप भी सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत काम की हो सकती है।
सोना ऑल टाइम हाई से नीचे आया
सोने की कीमतें कुछ हफ्ते पहले तक अपने उच्चतम स्तर पर थीं, लेकिन अब इसमें भारी गिरावट देखी जा रही है। सोने की कीमतों में कमी आई और यह लगातार चौथे दिन सस्ता हुआ है। इस समय 24 कैरेट सोने की कीमत 89700 रुपये प्रति तोला और 22 कैरेट सोने का भाव 82100 रुपये के ऊपर कारोबार कर रहा है। यानी, जो लोग कुछ दिनों पहले ऊंची कीमत पर सोना खरीद चुके थे, उन्हें अब घाटा उठाना पड़ सकता है।
चांदी के दाम स्थिर, लेकिन सोना लुढ़का
जहां सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं चांदी के दाम अभी स्थिर बने हुए हैं। इस समय 1 किलोग्राम चांदी का भाव 100900 रुपये के स्तर पर है। पिछले कुछ दिनों से चांदी के भाव में कोई बड़ा बदलाव नहीं आया है, लेकिन सोना लगातार नीचे आ रहा है। इसका असर सीधे-सीधे उन निवेशकों पर पड़ रहा है, जिन्होंने ऊंची कीमतों पर सोने में निवेश किया था।
बड़े शहरों में सोने के ताजा भाव
देश के अलग-अलग शहरों में सोने की कीमतें थोड़ी-बहुत अलग हो सकती हैं, लेकिन ज्यादातर जगहों पर इसमें गिरावट ही देखी जा रही है।
- दिल्ली – 24 कैरेट सोना 89750 रुपये प्रति तोला और 22 कैरेट सोना 82280 रुपये प्रति तोला
- मुंबई – 24 कैरेट सोना 89600 रुपये प्रति तोला और 22 कैरेट सोना 82130 रुपये प्रति तोला
- कोलकाता – 24 कैरेट सोना 89700 रुपये प्रति तोला और 22 कैरेट सोना 82250 रुपये प्रति तोला
- चेन्नई – 24 कैरेट सोना 89900 रुपये प्रति तोला और 22 कैरेट सोना 82400 रुपये प्रति तोला
देशभर में सोने की कीमतें 200 रुपये तक कम हो चुकी हैं।
क्यों बढ़ रहे थे सोने के दाम
हाल ही में सोने की कीमतों में भारी इजाफा देखा गया था और इसके पीछे कई बड़े कारण थे। वैश्विक बाजार में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ था, जिससे सोने की मांग बढ़ गई थी। भारत में शादियों का सीजन था, जिसके कारण भी लोग बड़ी मात्रा में सोना खरीद रहे थे। इसके अलावा, शेयर बाजार में गिरावट आई थी, जिससे निवेशकों ने सोने की तरफ रुख किया। अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति का भी सोने की कीमतों पर असर पड़ा था और इसके कारण सोने की कीमतें लगातार बढ़ रही थीं।
अब क्यों घट रहे हैं सोने के दाम
अब सोने की कीमतों में गिरावट के पीछे भी कई अहम कारण हैं। सबसे बड़ा कारण है वैश्विक बाजार में कमजोरी। अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की मांग घटने लगी है, जिससे इसकी कीमतों में गिरावट आई है। डॉलर की मजबूती भी सोने के दाम गिराने का एक बड़ा कारण बनी है। जब अमेरिकी डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें अपने आप नीचे आ जाती हैं क्योंकि निवेशक डॉलर को ज्यादा प्राथमिकता देने लगते हैं।
इसके अलावा, कई निवेशकों ने हाल ही में ऊंची कीमत पर सोना खरीदा था और अब जब बाजार में गिरावट देखी, तो वे मुनाफा वसूली करने लगे हैं। इससे सोने की कीमतें और नीचे आ रही हैं।
आगे क्या होगा सोने के दामों का हाल
विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले दिनों में भी सोने की कीमतों में और गिरावट देखी जा सकती है। खरमास के कारण शुभ कार्यों पर रोक लगी हुई है, जिससे सोने की मांग में कमी आई है। इसके अलावा, अभी शादी-विवाह का सीजन भी नहीं है, जिससे सोने की बिक्री कम हो रही है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अमेरिकी डॉलर मजबूत बना हुआ है, जिससे सोने के दाम और नीचे जा सकते हैं। हालांकि, लंबी अवधि के लिए सोने को अब भी एक सुरक्षित निवेश माना जा रहा है। इसलिए, जो लोग लॉन्ग टर्म के लिए सोना खरीदना चाहते हैं, उनके लिए यह समय अच्छा हो सकता है।
निवेशकों को क्या करना चाहिए
अगर आप सोने में निवेश करना चाहते हैं, तो इस समय बाजार को ध्यान से देखने की जरूरत है। हो सकता है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और नीचे आएं। इसलिए जल्दबाजी में खरीदारी करने से पहले थोड़ा इंतजार करना बेहतर रहेगा। अगर आप लॉन्ग टर्म निवेशक हैं, तो यह समय आपके लिए अच्छा हो सकता है क्योंकि जब बाजार में स्थिरता आएगी, तो सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
सोने की कीमतों में गिरावट जारी है और यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण समय है। अगर आप सोना खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो जल्दबाजी करने की जरूरत नहीं है। बाजार की स्थिति पर नजर बनाए रखें और जब सही समय लगे, तभी निवेश करें। फिलहाल, सोने की कीमतें आगे और गिर सकती हैं, लेकिन लॉन्ग टर्म में यह अब भी एक अच्छा विकल्प बना हुआ है।