EPS-95 Pension – अगर आप नौकरीपेशा हैं और भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं तो EPS-95 यानी Employee Pension Scheme 1995 आपके लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है। आज के दौर में रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर इनकम सोर्स होना बहुत जरूरी है क्योंकि सरकारी नौकरियों की संख्या कम हो रही है और प्राइवेट जॉब्स में रिटायरमेंट के बाद पेंशन नहीं मिलती है। ऐसे में EPS-95 योजना एक मजबूत सहारा बनकर सामने आती है।
इस योजना के तहत रिटायरमेंट के बाद हर महीने एक तय रकम पेंशन के रूप में मिलती है जिससे बुढ़ापे में भी आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर रहा जा सकता है। इसमें जीवनभर पेंशन मिलती है और परिवार को भी लाभ मिलता है। इस लेख में हम EPS-95 योजना के बारे में विस्तार से बात करेंगे और इसके तीन बड़े फायदों को अच्छे से समझेंगे।
EPS-95 योजना क्या है और कैसे काम करती है
EPS-95 योजना EPFO यानी कर्मचारी भविष्य निधि संगठन द्वारा चलाई जाती है। जब कोई कर्मचारी EPF में योगदान करता है तो उसमें से एक हिस्सा EPS फंड में चला जाता है। यही फंड आगे चलकर रिटायरमेंट के बाद पेंशन के रूप में लौटता है। यह योजना खासतौर पर प्राइवेट सेक्टर के उन कर्मचारियों के लिए है जो लंबे समय तक नौकरी करते हैं।
पात्रता क्या है
- कर्मचारी को कम से कम 10 साल नौकरी करनी चाहिए
- कर्मचारी की उम्र 58 साल होनी चाहिए रिटायरमेंट के समय
- अगर कोई 50 साल की उम्र में पेंशन लेना चाहता है तो उसे समय से पहले पेंशन का विकल्प चुनना होगा
EPS-95 के 3 बड़े फायदे
₹1000 से ₹7500 तक की पेंशन की गारंटी
EPS-95 योजना के तहत न्यूनतम ₹1000 और अधिकतम ₹7500 तक की पेंशन मिलती है। हालांकि सरकार ने यह भी कहा है कि भविष्य में इस न्यूनतम पेंशन को ₹3000 या ₹5000 तक बढ़ाया जा सकता है जिस पर अभी विचार चल रहा है।
पेंशन की गणना कैसे होती है
पेंशन = (पेंशन योग्य वेतन × सेवा के वर्षों की संख्या) / 70
अगर किसी का औसत वेतन ₹15000 है और उसने 30 साल नौकरी की है तो उसे मिलेगी
(15000×30)/70 = ₹6428 प्रतिमाह
यानि 30 साल की सेवा पर लगभग ₹6000 से ऊपर की पेंशन बनती है और अधिकतम सीमा ₹7500 तक हो सकती है
जीवनभर पेंशन और परिवार को भी लाभ
EPS-95 योजना की सबसे खास बात ये है कि एक बार पेंशन मिलना शुरू हो गया तो फिर वो जीवनभर मिलती रहती है। पेंशनधारी की मृत्यु के बाद भी उसके परिवार को इसका लाभ मिलता है।
- पति या पत्नी को 50 प्रतिशत पेंशन मिलती रहती है
- छोटे बच्चों को 25 साल तक पेंशन मिल सकती है
- अगर कोई नॉमिनी तय किया गया है तो उसे भी पेंशन का लाभ मिलता है
एक उदाहरण
रामप्रसाद जो कि एक प्राइवेट कंपनी में 28 साल तक काम कर चुके थे उनकी मृत्यु के बाद उनकी पत्नी को हर महीने ₹3500 की पेंशन मिलती रही। इसी से उनका घर चल रहा है।
समय से पहले पेंशन लेने का विकल्प
अगर किसी कारणवश कोई व्यक्ति 58 साल की उम्र से पहले ही पेंशन लेना चाहता है तो EPS-95 योजना उसे यह सुविधा भी देती है।
- 50 साल की उम्र से पेंशन ली जा सकती है
- लेकिन इसमें हर साल 4 प्रतिशत की कटौती होती है
- अगर आप 8 साल पहले यानी 50 साल की उम्र में पेंशन लेते हैं तो आपको लगभग 32 प्रतिशत कम पेंशन मिलेगी
- एक बार पेंशन लेना शुरू करने के बाद उसे बदला नहीं जा सकता
EPS-95 में आवेदन कैसे करें
अगर आप EPS-95 के लिए योग्य हैं और इसका लाभ लेना चाहते हैं तो आवेदन की प्रक्रिया काफी आसान है
- सबसे पहले EPFO की वेबसाइट पर जाएं
- वहां फॉर्म 10D डाउनलोड करें और भरें
- आधार कार्ड बैंक पासबुक सर्विस सर्टिफिकेट और पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेज लगाएं
- अपने नजदीकी EPFO ऑफिस में जाकर ये फॉर्म और डॉक्यूमेंट्स जमा करें
- उसके बाद आप ऑनलाइन पोर्टल से अपने क्लेम का स्टेटस भी ट्रैक कर सकते हैं
EPS-95 के कुछ जरूरी बिंदु
- पेंशन शुरू होने की उम्र 50 से 58 साल के बीच हो सकती है
- न्यूनतम सेवा अवधि 10 साल अनिवार्य है
- अधिकतम पेंशन ₹7500 और न्यूनतम ₹1000 निर्धारित की गई है
- नॉमिनी को भी पेंशन का लाभ मिलता है
- EPFO समय पर पेंशन जारी रखने का जिम्मेदार होता है
EPS-95 योजना आपके लिए क्यों जरूरी है
अगर आप प्राइवेट सेक्टर में लंबे समय से काम कर रहे हैं और भविष्य को लेकर चिंतित रहते हैं तो यह योजना आपके लिए बहुत उपयोगी है। आप चाहें तो EPS को EPF और PPF जैसे सेविंग स्कीम्स के साथ मिलाकर एक मजबूत रिटायरमेंट प्लान बना सकते हैं।
क्या आपको EPS-95 का हिस्सा बनना चाहिए
- अगर आप स्थायी नौकरी में हैं और EPFO से जुड़े हैं तो जरूर इस योजना का हिस्सा बनें
- अगर आप जल्दी रिटायर होना चाहते हैं तो पेंशन की कटौती के नियमों को पहले समझें
- अधिक पेंशन पाने के लिए EPS के साथ EPF में अधिक योगदान करें
भविष्य में EPS-95 में क्या बदलाव संभव हैं
वर्तमान में EPS-95 को लेकर न्यूनतम पेंशन बढ़ाने की मांग काफी तेज है। कई रिटायर्ड कर्मचारियों ने सरकार से गुहार लगाई है कि उन्हें कम से कम ₹3000 से ₹5000 तक की पेंशन दी जाए ताकि वे बढ़ती महंगाई में अपना गुजारा कर सकें। संसद में भी यह मुद्दा कई बार उठ चुका है और EPFO इस पर विचार कर रहा है।
EPS-95 योजना उन लाखों कर्मचारियों के लिए राहत की सांस है जो जीवनभर मेहनत करते हैं और रिटायरमेंट के बाद एक स्थिर आय की उम्मीद रखते हैं। ₹1000 से लेकर ₹7500 तक की गारंटी पेंशन और परिवार को मिलने वाला लाभ इस योजना को और भी विश्वसनीय बनाते हैं। अगर आप भी प्राइवेट सेक्टर में काम कर रहे हैं तो EPS-95 में जुड़ना आपके भविष्य को सुरक्षित बना सकता है।