DA Hike Update – अगर आप भी केंद्र सरकार के कर्मचारी हैं या फिर पेंशनर हैं, तो आपके लिए जुलाई 2025 का डीए हाइक काफी मायने रखता है। लेकिन हाल ही में आई अपडेट के बाद उम्मीदों को तगड़ा झटका लगा है। ऐसा लग रहा है कि इस बार वेतन और पेंशन में उम्मीद के मुताबिक बढ़ोतरी नहीं हो पाएगी। चलिए आपको पूरे मामले को आसान भाषा में विस्तार से बताते हैं।
क्या होता है महंगाई भत्ता यानी DA
महंगाई भत्ता यानी डीए एक ऐसा भत्ता है जो केंद्र और राज्य सरकार के कर्मचारियों व पेंशनर्स को दिया जाता है। इसका मकसद है कि महंगाई के असर से कर्मचारियों की सैलरी पर जो दबाव पड़ता है, उसे थोड़ा कम किया जा सके। सरकार साल में दो बार डीए में संशोधन करती है। एक बार जनवरी में और दूसरी बार जुलाई में। इस साल जनवरी में डीए में 4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई थी, लेकिन अब जुलाई के अपडेट से यह साफ हो रहा है कि हालात ज्यादा अच्छे नहीं हैं।
फिलहाल क्या है स्थिति
सरकार द्वारा जारी लेटेस्ट डेटा के अनुसार, जुलाई 2025 के डीए हाइक को लेकर बहुत बड़ी उम्मीद नहीं की जा सकती। महंगाई दर में गिरावट और ऑल इंडिया कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स यानी AICPI-IW के आंकड़े पिछले कुछ महीनों में गिरे हैं। इसका सीधा असर डीए हाइक पर पड़ने वाला है। यानी इस बार डीए में सिर्फ 2 फीसदी या उससे भी कम बढ़ोतरी हो सकती है और अगर हालात नहीं सुधरे तो यह हाइक शून्य फीसदी तक भी जा सकता है।
AICPI-IW के आंकड़ों में गिरावट
जनवरी 2025 में AICPI-IW इंडेक्स 143.2 था जो फरवरी में गिरकर 142.8 हो गया है। फरवरी 2025 में खुदरा महंगाई दर घटकर 2.59 प्रतिशत रह गई है जबकि पिछले साल फरवरी 2024 में यह दर 4.90 प्रतिशत थी। इतना ही नहीं मार्च 2025 में खुदरा महंगाई 3.34 प्रतिशत तक गिर गई है जो पिछले पांच साल का सबसे निचला स्तर है।
डीए की गणना कैसे होती है
डीए की गणना नए आधार वर्ष 2016 के CPI-IW औसत के आधार पर की जाती है। 7वें वेतन आयोग के अनुसार इसका फॉर्मूला कुछ इस प्रकार है
डीए = (पिछले 12 महीनों के CPI-IW (2016 बेस) का औसत x 2.88 – 261.4) * 100 / 261.4
261.4 इसमें बेस इंडेक्स है। अगर आने वाले महीनों में इंडेक्स गिरता ही रहा तो डीए हाइक बहुत ही सीमित या न के बराबर रह जाएगा।
क्या जुलाई 2025 का डीए हाइक होगा आखिरी
एक और बात जो कर्मचारियों को सोचने पर मजबूर कर रही है वो ये है कि जुलाई 2025 का डीए हाइक शायद 7वें वेतन आयोग के अंतर्गत आखिरी संशोधन हो सकता है। इसकी वजह यह है कि 7वां वेतन आयोग अपना 10 साल का कार्यकाल दिसंबर 2025 में पूरा कर रहा है। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इसके बाद 8वें वेतन आयोग की प्रक्रिया शुरू की जा सकती है।
पेंशनर्स की चिंता बढ़ी
डीए सिर्फ सैलरी में नहीं जुड़ता बल्कि पेंशनर्स के लिए भी बहुत अहम होता है क्योंकि इसका सीधा असर उनकी मासिक पेंशन पर पड़ता है। यदि डीए में कोई खास बढ़ोतरी नहीं होती तो पेंशनर्स को काफी आर्थिक दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। पहले से ही महंगाई के दौर में जीवन यापन कठिन होता जा रहा है और अगर डीए नहीं बढ़ेगा तो मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
क्या अब भी कोई उम्मीद है
हालांकि अभी अप्रैल, मई और जून के CPI-IW के आंकड़े आने बाकी हैं। अगर इन तीन महीनों में महंगाई दर में सुधार हुआ और इंडेक्स ऊपर गया तो जुलाई में होने वाली डीए बढ़ोतरी में थोड़ी राहत मिल सकती है। लेकिन अगर मौजूदा ट्रेंड ही जारी रहा तो डीए हाइक केवल 1 या 2 फीसदी पर सिमट सकता है।
सरकार की नजर बनाए हुए है
केंद्र सरकार की नजर CPI और AICPI के ट्रेंड पर लगातार बनी हुई है। श्रम और रोजगार मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़े हर महीने डीए कैलकुलेशन में अहम भूमिका निभाते हैं। जैसे-जैसे महीने बीतेंगे, डीए संशोधन को लेकर स्थिति और साफ होती जाएगी। लेकिन अब तक के ट्रेंड से यह तय माना जा रहा है कि इस बार की डीए हाइक बेहद सीमित होने वाली है।
जुलाई 2025 के डीए संशोधन को लेकर सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स को ज्यादा उम्मीद नहीं करनी चाहिए। अगर महंगाई में सुधार नहीं हुआ तो डीए में मामूली या कोई बढ़ोतरी नहीं होगी। इससे सैलरी और पेंशन पर सीधा असर पड़ेगा। आने वाले महीनों में आंकड़ों के बदलने से कुछ राहत की उम्मीद की जा सकती है लेकिन फिलहाल के हालात थोड़े निराशाजनक ही हैं।