Bank New Rules – भारत में बैंकिंग नियमों में समय-समय पर बदलाव किए जाते हैं ताकि व्यवस्था को और पारदर्शी, सुरक्षित और ग्राहकहित में बनाया जा सके। 15 अप्रैल 2025 से कुछ ऐसे ही नए बैंकिंग नियम लागू हो रहे हैं जिनका सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा। इन नियमों के लागू होने से बैंकिंग सेवाएं तो बेहतर होंगी लेकिन यदि आपने सावधानी नहीं बरती तो आपकी जेब पर बोझ भी पड़ सकता है। ऐसे में इन बदलावों को समझना और समय रहते तैयारी करना बेहद जरूरी हो जाता है।
आइए आपको सरल और कैजुअल भाषा में बताते हैं कि ये नियम क्या हैं, आपके ऊपर इनका क्या प्रभाव पड़ेगा और कैसे आप खुद को इनसे होने वाले नुकसान से बचा सकते हैं।
1. अब रखना होगा ज्यादा न्यूनतम बैलेंस
अगर आप सेविंग अकाउंट चलाते हैं तो यह नियम आपके लिए सबसे जरूरी है। अब बैंकों ने न्यूनतम बैलेंस की सीमा बढ़ा दी है। खास बात यह है कि यह सीमा क्षेत्र विशेष के अनुसार अलग-अलग होगी।
शहरी क्षेत्र के लिए – ₹5000
ग्रामीण क्षेत्र के लिए – ₹2000
अगर आपने इस निर्धारित सीमा से कम बैलेंस रखा तो बैंक आपसे पेनाल्टी वसूल सकता है। ऐसे में जरूरी है कि आप समय-समय पर अपने अकाउंट की बैलेंस स्थिति चेक करते रहें और मिनिमम बैलेंस बनाए रखें।
2. एटीएम से पैसे निकालना होगा महंगा
अब तक आप महीने में 5 बार तक फ्री एटीएम ट्रांजैक्शन कर सकते थे लेकिन 15 अप्रैल से यह सुविधा कम होकर केवल 3 बार फ्री रह जाएगी। इसके बाद हर ट्रांजैक्शन पर ₹20 से ₹25 तक का शुल्क लगेगा। इतना ही नहीं, अगर आप एटीएम से बैलेंस चेक या मिनी स्टेटमेंट निकालते हैं तो भी अब ₹7 प्रति ट्रांजैक्शन देना पड़ेगा।
इसलिए कोशिश करें कि आप जरूरत पर ही एटीएम का इस्तेमाल करें और ट्रांजैक्शन की प्लानिंग पहले से करें ताकि बार-बार शुल्क न चुकाना पड़े।
3. पॉजिटिव पे सिस्टम होगा अनिवार्य
अगर आप चेक से पैसे भेजते हैं और वह राशि ₹5000 या उससे अधिक है, तो अब आपको चेक की जानकारी पहले से बैंक को देनी होगी। इसे ही पॉजिटिव पे सिस्टम कहा जाता है। इसमें आपको चेक नंबर, डेट, राशि और लाभार्थी का नाम ऑनलाइन या बैंक ऐप के जरिए दर्ज कराना होगा।
इस सिस्टम से फर्जीवाड़ा और चेक धोखाधड़ी को रोका जा सकेगा। हालांकि यह नियम थोड़ा झंझट वाला लग सकता है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से बेहद जरूरी है।
4. निष्क्रिय UPI अकाउंट होंगे बंद
अगर आपका UPI अकाउंट लंबे समय से निष्क्रिय है यानी आपने उससे कोई लेनदेन नहीं किया है या वह किसी पुराने नंबर से जुड़ा है तो अब उसे बंद कर दिया जाएगा। इस वजह से अगर आप पुराने मोबाइल नंबर से बैंक अकाउंट लिंक करके बैठे हैं तो तुरंत उसे अपडेट कराएं।
वरना जब आपको पैसे भेजने या लेने की जरूरत होगी तब आपका UPI काम नहीं करेगा और आपको मुश्किल हो सकती है।
5. FD और सेविंग अकाउंट पर ब्याज दरों में बदलाव
अब बैंकों ने फिक्स्ड डिपॉजिट और सेविंग अकाउंट की ब्याज दरों में बदलाव कर दिया है। अब ब्याज दर इस बात पर निर्भर करेगी कि आपने अपने खाते में कितनी राशि जमा कर रखी है।
ज्यादा राशि रखने पर बेहतर ब्याज मिलेगा जबकि कम राशि पर ब्याज दर कम हो सकती है। इसलिए निवेश करने से पहले बैंक की नई ब्याज दरें जरूर जांच लें और समझदारी से निवेश करें।
आपकी जेब पर इन बदलावों का असर
इन नियमों का सीधा असर आपकी रोजमर्रा की बैंकिंग पर पड़ेगा।
- अगर मिनिमम बैलेंस नहीं रखा तो पेनाल्टी देनी होगी
- बार-बार एटीएम से पैसे निकालना महंगा पड़ेगा
- चेक से भुगतान करते वक्त अतिरिक्त प्रक्रिया का पालन करना होगा
- निष्क्रिय UPI अकाउंट के कारण जरूरी लेनदेन रुक सकता है
- ब्याज दरों में बदलाव से आपकी निवेश योजना प्रभावित हो सकती है
इन बदलावों से कैसे निपटें
- अपने सेविंग अकाउंट में हमेशा न्यूनतम बैलेंस बनाए रखें
- फालतू ट्रांजैक्शन से बचें और एटीएम का इस्तेमाल सोच-समझकर करें
- चेक का इस्तेमाल करते वक्त पॉजिटिव पे सिस्टम का पालन करें
- मोबाइल नंबर अपडेट रखें और UPI एक्टिव रखें
- एफडी और सेविंग की ब्याज दरों की जानकारी लेकर समझदारी से निवेश करें
कुछ और जरूरी बातें
- यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं तो हो सकता है कि FD पर आपको अधिक ब्याज दर मिले
- अगर आप स्कॉलरशिप या सरकारी योजना वाले खाते का संचालन कर रहे हैं तो उन पर मिनिमम बैलेंस की पेनाल्टी नहीं लगेगी
- सरकारी स्कीम वाले खाते निष्क्रिय नहीं माने जाएंगे भले ही उन पर कोई लेनदेन न हुआ हो
15 अप्रैल 2025 से लागू हो रहे ये बैंकिंग नियम ग्राहकों के लिए बेहद जरूरी हैं। अगर आपने समय रहते इन बदलावों को समझ लिया और जरूरी तैयारी कर ली, तो न सिर्फ आप जुर्माने से बच सकते हैं बल्कि बेहतर फाइनेंशियल प्लानिंग भी कर सकते हैं। इसलिए इस जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ जरूर शेयर करें ताकि सभी को इसका लाभ मिल सके।